केरल की परंपरा और संस्कृति का उत्सव
केरल का राष्ट्रीय उत्सवओणम एक पुरानी याद है जो बचपन के यादें और जीवन के सरल तरीकों को वापस लाती है । ओणम एक कृषि त्यौहार भी है जो भूमि की समृद्ध फसल का जश्न मनाता है, इस प्रकार खुशी और समृद्धि का प्रतीक है।
किंवदंतियाँ और मिथक ओणम का एक समृद्ध हिस्सा हैं जो केरल का फसल उत्सव भी है।
ओणम इस पौराणिक कथा का उत्सव है कि राजा महाबली तिरुवोनम के दिन अपने लोगों से मिलने जाते है।
'चिंगम' के महीने में 'अथम' के दिन आने वाले 10 दिन केरल में बड़े उत्सवों का समय होते हैं।
ओणम की उत्सव की भावना कई ओणम खेलों से जुड़ी हुई है जो स्थानीय स्तर पर खेले जाते हैं।
ओणम त्योहार का माहौल 'वल्लम काली' या नाव की दौड़ में सबसे अच्छा अनुभव हो सकता है।
दुनिया भर के मलयाली कभी भी ओनासद्या मिस नहीं करना चाहेंगे ।
केरल में ओणम के त्योहार से बड़ा कोई खरीदारी का मौसम नहीं है।
वर्चुअल ट्रैवल असिस्टेंट आपको बताएगा कि राज्य में ओणम कहां और कैसे मनाया जाता है।