पषश्शि समाधिस्थल, वायनाड

 

पषश्शि समाधिस्थल पर हजारों लोग केरल के शेर - केरला वर्मा पषश्शि राजा को श्रद्धांजलि देने आते हैं। इस समाधिस्थल का निर्माण उसी स्थल पर किया गया है जहां उस वीर शहीद के पार्थिव शरीर की अंत्येष्टि की गई थी और यह स्थान मानन्तवाडी में कबनी नदी के किनारे स्थित है।

मार्च 1996 में इस समाधिस्थल को म्यूजियम में तब्दील किया गया और आज यह केरल के ऐसे केंद्रों में शुमार है जहां दूर-दूर से इतिहासकार, शोधार्थी और छात्र अध्ययन हेतु पहुंचते हैं।

इस म्यूजियम में पषश्शि राजा की तलवार और केरल के सांस्कृतिक इतिहास की अन्य सूचनाएं मौजूद हैं। इस स्मारक का प्रबंधन केरल राज्य पुरातत्व विभाग के हाथों में है।

वीर पषश्शि राजा भारतीय उपमहाद्वीप के उन गिनेचुने शासकों में थे जो ब्रिटिश हुकूमत पर सैन्य बढ़त पाने में कामयाब रहे थे। उन्हें अपने अंत तक उनकी देश और लोगों के प्रति प्यार और निष्ठा के लिए याद किया जाता है। पुल्पल्ली गुफा वह जगह थी जहां उन्होंने ब्रिटिश सैनिकों के हाथों पड़ने से पहले तक शरण ले रखी थी।

यहां पहुंचने के लिए

नजदीकी रेलवे स्टेशन: वडकरा, लगभग 51 किमी और कोष़िक्कोड, लगभग 66 किमी दूरी पर हैं |

अवस्थिति

अक्षांश: 11.800986, देशांतर: 76.002311

District Tourism Promotion Councils KTDC Thenmala Ecotourism Promotion Society BRDC Sargaalaya SIHMK Responsible Tourism Mission KITTS Adventure Tourism Muziris Heritage

टॉल फ्री नंबर: 1-800-425-4747 (केवल भारत में)

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