कोष़िक्कोड से वायनाड की दूरी कितनी है, और वायनाड में क्या प्रमुख आकर्षण हैं?
वायनाड कोष़िक्कोड से लगभग 53.1 मील (85.5 कि.मी) दूर है, जहाँ ड्राइव करने में लगभग 2 घंटे और 30 मिनट लगते हैं। केरल के पश्चिमी घाट में स्थित, वायनाड एक सुंदर पहाड़ी जिला है।
वायनाड की कुछ प्राकृतिक भव्यताएँ इस प्रकार हैं:
एडक्कल गुफाएँ: 6,000 साल से ज़्यादा पुराने प्रागैतिहासिक शैल चित्रों को प्रदर्शित करने वाली ये गुफाएँ एक पुरातात्विक आश्चर्य हैं। घने जंगलों से होकर एक मध्यम ट्रेक इस ऐतिहासिक स्थल तक ले जाता है।
चेम्ब्रा पीक: वायनाड की सबसे ऊंची चोटी, यह पहाड़ों, चाय के बागानों और घाटियों के शानदार दृश्यों के साथ एक मध्यम ट्रेक है। शिखर पर एक प्रसिद्ध छिपी हुई झील हमेशा धुंध में छिपी रहती है।
वायनाड वन्यजीव अभयारण्य: वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग, यह विशाल अभयारण्य बाघ, तेंदुए, हाथी, हिरण और विविध पक्षी प्रजातियों का आश्रय स्थल है। आगंतुक जीप सफारी, ट्रैकिंग ट्रेल्स और वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं।
सूचिप्पारा झरना: इसे ‘सेंटिनल रॉक झरना’ भी कहा जाता है, यह तीन-स्तरीय झरना घने जंगलों के बीच स्थित है। नीचे के पूल में एक ताज़ा डुबकी लें या पास की झील पर नाव की सवारी का आनंद लें।
बाणासुरा सागर बांध: भारत का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध, यह इंजीनियरिंग चमत्कार सुंदर पहाड़ियों और जंगलों के बीच स्थित है। आगंतुक जलाशय पर नौका विहार का आनंद ले सकते हैं, आस-पास के द्वीपों की खोज कर सकते हैं, या हाथी और हिरण जैसे वन्यजीवों को देख सकते हैं।
मीनमुट्टी जलप्रपात: केरल के सबसे ऊंचे झरनों में से एक, मीनमुट्टी में घने वर्षावनों के बीच एक आश्चर्यजनक तीन-स्तरीय झरना है। ट्रेक चुनौतीपूर्ण है, लेकिन लुभावने दृश्य इसे सार्थक बनाते हैं।
पूक्कोड झील: हरे-भरे सदाबहार जंगलों के बीच बसी पूक्कोड झील एक शांत मीठे पानी की झील है जो नौकायन, पक्षी देखने और प्राकृतिक परिवेश में डूबने के लिए एकदम सही है। आगंतुक झील में पैडल मार सकते हैं या यादगार अनुभव के लिए एक विशिष्ट कोराकल नाव की सवारी का आनंद ले सकते हैं।